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राष्ट्रनायक श्रीराम – शौर्य व मर्यादा के प्रतीक Rashtranayak SriRam
राष्ट्रनायक श्रीराम – शौर्य व मर्यादा के प्रतीक Rashtranayak SriRam
इस पुस्तक के सभी अध्यायों में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की ईश्वरीय दिव्यता को साधारण मानव के …
सैक्युलरिज्म – राष्ट्रद्रोह का दूसरा नाम Secularism Rashtradroh ka naam
धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा ने यूरोपीय ज्ञानोदय (18-19 शताब्दी) के दौरान आकार लिया था। जवाहरलाल नेहरू, जिन्होंने …
हिन्दू समाज संकटों के घेरे में Hindu Samaj Sankaton ke ghere mein
ये पुस्तक Hindu Society Under Siege का हिन्दी अनुवाद हैं
हिन्दू राष्ट्र : हिन्दुओं की रामकहानी
हिन्दू राष्ट्र : हिन्दुओं की रामकहानी
यह कैसा हिंदू राष्ट्र है … अनेक प्रश्न !
लेफ्टेनेंट कर्नल पुरोहित – षड्यंत्र का शिकार देशभक्त? Lt Colonel Purohit-Shadyantra ka Shikaar Deshbhakt?
लेफ्टेनेंट कर्नल पुरोहित – षड्यंत्र का शिकार देशभक्त? Lt Colonel Purohit-Shadyantra ka Shikaar Deshbhakt?
देश के इतिहास में पहली बार सेना के एक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित को …
श्रीमद्भगवद्गीता – सफल, सार्थक और सुखी जीवन का मार्ग Gita – Safal Sarthak Sukhi Jeevan
श्रीमद्भगवद्गीता – सफल, सार्थक और सुखी जीवन का मार्ग Gita – Safal Sarthak Sukhi Jeevan
भगवद गीता एक ऐसा ग्रंथ है जो सदियों से अपने आध्यात्मिक ज्ञान से अज्ञान के अंधकार को …
सावरकर : २ खंडों की पुस्तक श्रृंखला
सावरकर : २ खंडों की पुस्तक श्रृंखला
हिंदुत्व की विचारधारा के राजनीतिक पुरोधा विनायक दामोदर सावरकर बीसवीं सदी के सर्वाधिक चर्चित विचारकों में …
कितने गाजी आए कितने गाजी गए Kitne Ghazi Aaye, Kitne Ghazi Gaye (Hindi)
कितने गाजी आए कितने गाजी गए Kitne Ghazi Aaye, Kitne Ghazi Gaye (Hindi)
ये पुस्तक २२ नवंबर २०२३ से उपलब्द होगी
छोटी-छोटी कहानियों से भरी, बेबाक और विचारोत्तेजक, ‘ कितने गाजी आए, कितने गाजी गए’ पुस्तक सेना के इस दिग्गज के अपने जीवन की सच्ची कहानियों को सामने लाती है। यह सेना के एक सैनिक के निजी, पेशेवर और पारिवारिक जीवन पर केंद्रित है, जो उन चुनौतियों और संघर्षों की जानकारी देती है, जिनका सामना सैनिक और उनके परिजन करते हैं । बेहद रोचक यह पुस्तक सुधी पाठकों, विशेष रूप से सेना में जाने के इच्छुक युवाओं को भी प्रेरित करेगी ।
अष्टावक्र गीता – Ashtavakra Geeta
अष्टावक्र गीता – Ashtavakra Geeta
राजा जनक ने बारह वर्षीय अष्टावक्रजी को अपने सिंहासन पर बैठाया और स्वयं उनके चरणों में बैठकर शिष्य-भाव से अपनी जिज्ञासाओं का शमन कराया। यही शंका-समाधान अष्टावक्र संवाद रूप में ‘अष्टावक्र गीता’ में समाहित है। ज्ञान-पिपासु एवं अध्यात्म-जिज्ञासु पाठकों के लिए एक श्रेष्ठ, पठनीय एवं संग्रहणीय आध्यात्मिक ग्रंथ।
संघ और स्वराज – Sangh Aur Swaraj
संघ और स्वराज – Sangh Aur Swaraj
यह पुस्तक हमें बताती है कि संघ अपने जन्म से ही स्वराज के प्रति समर्पित था। डॉ. हेडगेवार का जीवन और वह शपथ, जो स्वयंसेवक लेते थे, स्वतंत्रता संग्राम के प्रति समर्पण को स्पष्ट रूप से दिखाते हैं। इस स्वतंत्रता को स्वराज में बदलने के लिए भारत को अनुशासित और साहस रखनेवाले युवाओं की आवश्यकता थी, जो राष्ट्र के प्रति समर्पित हों। ब्रिटिश दस्तावेज स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि वे स्वतंत्रता संग्राम में संघ की बढ़ती ताकत को लेकर सतर्क थे।
सरस्वती सभ्यता – Saraswati Sabhyata
सरस्वती सभ्यता – Saraswati Sabhyata
मेजर जनरल जीडी बख्शी द्वारा लिखित ‘सरस्वती सभ्यताः प्राचीन भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन’ नामक …
अंग्रेजी माध्यम का भ्रमजाल – Angrezi Madhyam ka brahmjaal
अंग्रेजी माध्यम का भ्रमजाल – Angrezi Madhyam ka brahmjaal
ह शिक्षा जो अंग्रेजों ने भारत पर राज करने के लिए बनाई और उससे एक अंग्रेजी वर्गीकृत श्रेणी का निर्माण हुआ जिससे जन मानस कट गया। यह औपनिवेशिकता का एक ऐसा अंश है जिससे भरतीय भाषाएँ ही नहीं बल्कि भारतीय परम्परा और सांस्कृतिक ज्ञान भी समझ से परे हो गए और इन्हें नीचा दिखाया गया। इससे भारतीयों में अंग्रेजों के चले जाने के सत्तर साल बाद आज भी एक हीनता का भाव उत्पन्न होता है।
कोदंड रामकथा – Kodand Ramkatha
कोदंड रामकथा – Kodand Ramkatha
वाल्मीकि रामायण आज भी सबसे प्रामाणिक और तथ्यपूर्ण ग्रंथ है। यह पुस्तक उसी ग्रंथ के कुछ मोतियों को सुरुचिपूर्ण ढंग से कथारूप में पिरोकर प्रकट करती है। इस पुस्तक की भाषा संगीत की तरह लयबद्ध है जिसमें पाठक डूब सा जाता है।
परम पूजनीय श्रीगुरुजी Param Poojaneeya Guruji
परम पूज्य गुरुजी का लंबा और अंतरंग सानिध्य प्राप्त होने का सौभाग्य श्रद्धेय दत्तोपंत जी को …
1000 रामायण प्रश्नोत्तरी – 1000 Ramayan Prashnottari
1000 रामायण प्रश्नोत्तरी – 1000 Ramayan Prashnottari
इस पुस्तक में रामायण में उल्लिखित केंद्रीय और महत्त्वपूर्ण प्रश्नों को दिया गया है।
1000 महाभारत प्रश्नोत्तरी – 1000 Mahabharat Prashnottari
1000 महाभारत प्रश्नोत्तरी – 1000 Mahabharat Prashnottari
यह पुस्तक आम पाठकों के लिए तो महत्त्वपूर्ण है ही, लेखकों, संपादकों, पत्रकारों, वक्ताओं, शोधार्थियों, शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए भी अत्यंत उपयोगी है
राष्ट्रीय स्वत्व के लिए संघर्ष अतीत वर्तमान और भविष्य Rashtriya Swatva ke liye Sangharsh
राष्ट्रीय स्वत्व के लिए संघर्ष अतीत वर्तमान और भविष्य Rashtriya Swatva ke liye Sangharsh
हमारी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की वास्तविक प्रेरणा को समझने के लिए पढ़िए श्री जे नंदकुमार जी द्वारा लिखित पुस्तक राष्ट्रीय स्वत्व के लिए संघर्ष: अतीत, वर्तमान और भविष्य ।
नैरेटिव का मायाजाल Narrative Ka Mayajaal
नैरेटिव का मायाजाल Narrative Ka Mayajaal
द्विराष्ट्र सिद्धांत की सच्चाई क्या है? क्यों छल-बल से समाज में मतांतरण अब भी जारी है? क्यों देश का एक राजनीतिक वर्ग बहुसंख्यकों को तोड़ने हेतु उन्हें जातियों मेंबाँटकर टकराव, तो अल्पसंख्यकों को मजहब के नाम पर एकजुट रखने का प्रयास करता है? किसने ब्राह्मणों का दानवीकरण किया? हिंदुत्व पर कैसे विषवमन करके फर्जी हिंदू/भगवा आतंकवाद का नैरेटिव नैरेटिव बनाया गया? जब भगवान् श्रीराम सनातन भारत की सांस्कृतिक पहचान हैं, तो उनकी जन्मभूमि अयोध्यामें मंदिर निर्माण में लगभग 500 वर्ष क्यों लग गए?
भारत की महान क्रांतिकारी महिलाएं – Bharat Ki Mahaan Krantikari Mahilaye
हजारों ही नहीं लाखों नर-नारियों ने अपनी जान की बाजी लगाकर भारत को आजादी दिलाने में …
मैं साधारण स्वयंसेवक – Mai Sadharan Swayamsevak
अनेक स्वयंसेवक अपना परिचय ‘मैं एक साधारण स्वयंसेवक हूँ’ – इन शब्दों में करा देते हैं। परिचय के इस सादे सूत्र को लेकर इस बौद्धिक वर्ग में परम पूजनीय श्री गुरुजी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समूची विशेषताओं का प्रतिपादन किया है।
कथा कल्पतरु – Katha Kalpataru
कथा कल्पतरु – Katha Kalpataru
प. पू. श्री गुरुजी सार्वजनिक भाषणों में, संघ-स्वयंसेवकों के सम्मुख बौद्धिकों में, अनेक छोटी-छोटी बोधप्रद कथाओं द्वारा विषय को सरल बनाकर समझाते थे। ये कथाएं कोई उन्होंने गढी थीं, ऐसी बात नहीं। अपने ही प्राचीन ग्रंथों में, साहित्य में आयी हुई इन कथाओं का, सामयिक उपयोग, वे, रोचक ढंग से किया करते थे।
उन्हीं कथाओं का संकलन कर, उन्हें प्रस्तुत करने का यह प्रयास है। कथा- कल्पतरु के रूप में प्रस्तुत हैं।
साम्यवाद के सौ अपराध – Samyavaad Ke Sau Apradh
स्वतंत्र भारत के प्रत्यक्ष राजनीति में साम्यवादी सफल नहीं हुए। किंतु शिक्षा, मीडिया और विचार-विमर्श के …
मुसलमानो की घर वापसी क्यों और कैसे – Musalmano Ki Gharwapsi Kyo Aur Kaise
मुसलमानो की घर वापसी क्यों और कैसे – Musalmano Ki Gharwapsi Kyo Aur Kaise
घर वापसी की बात मात्र इसी आधार पर नहीं होनी चाहिए कि भारत के मुसलमान और …
“एक योगी जिसने बदला उत्तर प्रदेश- Ek Yogi Jisne Badla UttarPradesh
“एक योगी जिसने बदला उत्तर प्रदेश- Ek Yogi Jisne Badla UttarPradesh
शान्तनु गुप्ता की “एक योगी जिसने बदला उत्तर प्रदेश: योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश में ‘यूपी …