अपनों के अपने जगदेव राम Apno ke apne jagdev ram
अपनों के अपने जगदेव राम Apno ke apne jagdev ram
श्री जगदेव रामजी इतने निर्मल बाल मन के थे कि बच्चों में बच्चों जैसा, युवक प्रौढ़ों …
सुंदर मेरा घर – Sundar Mera Ghar
परिवारों को सुंदर, सुदृढ़,संस्कारयुक्त एवम् समस्यामुक्त बनाने के लिये सरल सूत्र Publisher : Kalpataru ; Paperback …
भारत में विज्ञान की उज्ज्वल परंपरा – Bharat Me Vignan Ki Ujwal Parampara
भारत में विज्ञान की उज्ज्वल परंपरा – Bharat Me Vignan Ki Ujwal Parampara
अभी तक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पश्चिमी वैज्ञानिक पश्चिमी देशों को ही विज्ञान का …
पञ्च परिवर्तन – Panch Parivartan
अपने दैनिक जीवन में सामाजिक समरसता, कुटुंब भाव, पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता, स्वदेशी का आग्रह और नागरिक कर्तव्य बोध का पालन करें।
बनाएँ जीवन प्राणवान banayen jeevan praanvaan
इस पुस्तक में चराचर जगत में व्याप्त प्राण का अनुभव प्रत्यक्ष प्राप्त करने हेतु प्रैक्टिकल टिप्स प्रदान किए गये हैं। सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास हेतु इनका लाभ प्रत्येक व्यक्ति ने अवश्य लेना चाहिए।
भारतीय शिक्षा दृष्टि Bharatiya Shiksha Drishti
इस पुस्तक में वर्ष 2010 से 2020 तक के डॉ. मोहन भागवत जी के विभिन्न उद्बोधनों का संग्रह है, जो भारतीय दृष्टि के आधार पर शिक्षा के महत्व को दर्शाता है। यह पुस्तक राष्ट्र निर्माण में शिक्षा की भूमिका और वर्तमान परिस्थितियों पर विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण प्रदान करती है।
वर्तमान सन्दर्भ में हिंदुत्व की प्रस्तुति Vartaman Sandarbh mein Hindutva
ये पुस्तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन जी भागवत एवं वरिष्ट प्रचारक श्री सुरेश सोनी जी , श्री अरुण कुमार जी द्वारा इस विषय पर दिए गए भाषणों का संकलन है
आरएसएस 360° – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS 360 ( Hindi ) Parat Dar Parat
आरएसएस 360° – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS 360 ( Hindi ) Parat Dar Parat
This is the Hindi translation of RSS 360
श्री गुरुजी समग्र संपूर्ण (12 खण्ड) Sri Guruji Samagra ( 12 volumes )
श्री गुरुजी समग्र संपूर्ण (12 खण्ड) Sri Guruji Samagra ( 12 volumes )
आरएसएस के द्वितीय सरसंघचालक परम पूजनीय श्री गुरुजी समग्र संपूर्ण (12 खण्ड)
नित्यप्रेरणा ॥ एक दिन – एक पृष्ठ – एक विचार Nityaprerana ( Hindi )
नित्यप्रेरणा ॥ एक दिन – एक पृष्ठ – एक विचार Nityaprerana ( Hindi )
एक दिन – एक पृष्ठ – एक विचार श्री गुरूजी (श्री माधव सदाशिव राव गोलवलकर )के …
पृथ्वी सूक्त : धरती माता के प्रति श्रद्धांजलि Prithvi sukta Dharti mata ke prati shradhanjali
पृथ्वी सूक्त : धरती माता के प्रति श्रद्धांजलि Prithvi sukta Dharti mata ke prati shradhanjali
अथर्ववेद में पाया गया पृथ्वी-सूक्त एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और एक आदर्श संबंध को मूर्त रूप देने से संबंधित मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है जो प्राकृतिक दुनिया के जीवित और निर्जीव तत्वों के बीच मौजूद होना चाहिए। पृथ्वी-सूक्त में मौजूद छंद, धरती माता पर उगने वाली हर चीज और इसके द्वारा बनाए गए जीवन की संपूर्णता का प्रतीक और प्रतिनिधित्व करते हैं।
संघ और स्वराज – Sangh Aur Swaraj
संघ और स्वराज – Sangh Aur Swaraj
यह पुस्तक हमें बताती है कि संघ अपने जन्म से ही स्वराज के प्रति समर्पित था। डॉ. हेडगेवार का जीवन और वह शपथ, जो स्वयंसेवक लेते थे, स्वतंत्रता संग्राम के प्रति समर्पण को स्पष्ट रूप से दिखाते हैं। इस स्वतंत्रता को स्वराज में बदलने के लिए भारत को अनुशासित और साहस रखनेवाले युवाओं की आवश्यकता थी, जो राष्ट्र के प्रति समर्पित हों। ब्रिटिश दस्तावेज स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि वे स्वतंत्रता संग्राम में संघ की बढ़ती ताकत को लेकर सतर्क थे।
परम पूजनीय श्रीगुरुजी Param Poojaneeya Guruji
परम पूज्य गुरुजी का लंबा और अंतरंग सानिध्य प्राप्त होने का सौभाग्य श्रद्धेय दत्तोपंत जी को …
मैं साधारण स्वयंसेवक – Mai Sadharan Swayamsevak
अनेक स्वयंसेवक अपना परिचय ‘मैं एक साधारण स्वयंसेवक हूँ’ – इन शब्दों में करा देते हैं। परिचय के इस सादे सूत्र को लेकर इस बौद्धिक वर्ग में परम पूजनीय श्री गुरुजी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समूची विशेषताओं का प्रतिपादन किया है।
कथा कल्पतरु – Katha Kalpataru
कथा कल्पतरु – Katha Kalpataru
प. पू. श्री गुरुजी सार्वजनिक भाषणों में, संघ-स्वयंसेवकों के सम्मुख बौद्धिकों में, अनेक छोटी-छोटी बोधप्रद कथाओं द्वारा विषय को सरल बनाकर समझाते थे। ये कथाएं कोई उन्होंने गढी थीं, ऐसी बात नहीं। अपने ही प्राचीन ग्रंथों में, साहित्य में आयी हुई इन कथाओं का, सामयिक उपयोग, वे, रोचक ढंग से किया करते थे।
उन्हीं कथाओं का संकलन कर, उन्हें प्रस्तुत करने का यह प्रयास है। कथा- कल्पतरु के रूप में प्रस्तुत हैं।
शाखा सुरभि
हमारी प्रार्थना और प्रतिज्ञा
हमारी प्रार्थना और प्रतिज्ञा
हिन्दू राष्ट्र क्यों
जंगल सत्याग्रह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ Jungle Satyagraha aur RSS
स्वतंत्रता कब और कैसे मिलेगी यह प्रश्न जब सर्वत्र पूछा जा रहा हो तब ‘हम पराधीन क्यों हुए और हमारी स्वतंत्रता अक्षुण्ण कैसे रहे’ इस प्रश्न का न केवल मूलभूत चिंतन, अपितु इसके उत्तर हेतु भी डा. हेडगेवार जी ने प्रयास आरंभ कर दिए थे। डा. हेडगेवार ने हमेशा ‘नैमित्तिक’ आंदोलनात्मक कार्य तथा राष्ट्र निर्माण के ‘नित्य’ कार्य को महत्व दिया। इस प्रकार के आंदोलन करने की आवश्यकता ही न पड़े ऐसी परिस्थिति निर्माण करना ही वास्तव में डाक्टरजी का दीर्घकालिक उद्देश्य था।
छत्रपति शिवाजी महाराज जीवन संदेश-chhatrapthi shivaji maharaj jeevan
भगवान राम के जीवन का कारण ‘रावण संहार’ रहा होगा। भगवान कृष्ण के जीवन का कारण …
श्री गुरुजी दृष्टि और दर्शन Sri Guruji dristi aur darshan
श्री गुरुजी दृष्टि और दर्शन Sri Guruji dristi aur darshan
पू. श्री गुरुजी के ये विचार मात्र शब्द नहीं है। यह उनके जीवन की दृष्टि है, वह शाश्वत, सनातन दर्शन है जिसको उन्होंने अपनी जीवन तपस्या से विश्वभर में प्रवर्तित व परावर्तित किया। अतएव इसका प्रत्येक अक्षर मनुष्य के जीवन में ध्येय दृष्टि, दिव्य जीवन की प्रेरणा व स्फूर्ति भरने का अतीव सामर्थ्य रखता है।
हैदराबाद निःशस्त्र प्रतिरोध Hyderabad nishastra pratirodh
हैदराबाद निःशस्त्र प्रतिरोध Hyderabad nishastra pratirodh
हैदराबाद निःशस्त्र प्रतिरोध : आर एस एस , आर्य समाज, हिन्दू महासभा का योगदान
सन् 1938 में स्थिति और भी भयावह हो गई। हिंदुओं के लिए शिकायतें दर्ज कराने के मार्ग भी बंद कर दिए गए। अन्यायी निजाम राजशाही के विरुद्ध निःशस्त्र प्रतिरोध करने के अतिरिक्त हिंदुओं के समक्ष कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था।
इस चुनौती का सामना करने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक , आर्य समाज, हिन्दू महासभा के कार्यकर्ताओं ने अप्रतिम साहस का परिचय दिया । परंतु इस संघर्ष के विषय में बहुत कम समाचार मुद्रित हुई है। डॉ श्रीरंग गोडबोले ने अभिलेखागारों तथा अन्य सामग्री के आधार पर इस शोध पुस्तक की रचना की है ।
श्री गुरुजी : जीवन यज्ञ Shree Guruji -Jeevan Yagya
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के व्दितीय सरसंघचालक परमपूजनीय श्री माधव सदाशिव गोलवलकर उपाख्य गुरुजी का यह एक सरल तथा प्रसंगवर्णनात्मक जीवन चरित्र है। यह विशेषरूप से बालकों के लिये तथा किशोरों के लिये लिखा गया है।
डॉ. हेडगेवार :संघ मंत्र के उद्गाता : Dr Hedgewar Sangh mantra ke udgaata
बहुत सुबोध और रोचक ढंग से डा. हेडगेवारजी के जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंग यहां चित्रित किये गये हैं। यह जितनी मनोरंजक है, उतनी ही उद्बोधक भी।