प्रयागराज कुंभ कथा Prayagraaj Kumbh Katha
प्रयागराज कुंभ कथा Prayagraaj Kumbh Katha
प्रस्तुत पुस्तक ‘प्रयागराज-कुंभ-कथा’ एक ऐसी दिग्दर्शिका है, जिसमें प्रयागराज की गौरव-गाथा का मात्र स्मरण किया गया है।
सचित्र रामायण – Sachitra Ramayan Hindi
सचित्र रामायण – Sachitra Ramayan Hindi
सम्पूर्ण रामायण को समग्र रूप में प्रस्तुत करने का एक प्रयास 125 चित्रणों में से. कार्य …
बनाएँ जीवन प्राणवान banayen jeevan praanvaan
इस पुस्तक में चराचर जगत में व्याप्त प्राण का अनुभव प्रत्यक्ष प्राप्त करने हेतु प्रैक्टिकल टिप्स प्रदान किए गये हैं। सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास हेतु इनका लाभ प्रत्येक व्यक्ति ने अवश्य लेना चाहिए।
महाभारत का अनावरण Mahabharat ka anavaran
महाभारत का अनावरण Mahabharat ka anavaran
इस पुस्तक द्वारा लेखिका अमी गणात्रा ऐसे कई प्रश्नो का उत्तर देती हैं, लोकप्रचलित अवधारणाओं का …
रामायण का अनावरण Ramayan ka anavaran
रामायण का अनावरण Ramayan ka anavaran
रामायण अनरेवलड में कुछ प्रमुख चिंताओं को संबोधित करने का प्रयास किया गया है: उनके बचपन और युवावस्था ने राम को कैसे आकार दिया? राम वनवास पर जाने के लिए क्यों सहमत हुए – क्या यह केवल अपने पिता की आज्ञा मानने के लिए था या इसमें कुछ और भी था? राम और सीता का रिश्ता कैसा था? सीता, शूर्पणखा, कैकेयी और तारा के चरित्र-चित्रण को ध्यान में रखते हुए, क्या रामायण स्वाभाविक रूप से स्त्री-द्वेषपूर्ण है?
सनातन धर्म Sanatan Dharm
सनातन धर्म Sanatan Dharm
इस पुस्तक के तीन भागों: “बुनियादी धार्मिक विचार”, “सामान्य हिन्दू धार्मिक आचार और संस्कार” तथा “नैतिक शिक्षा” पर विस्तृत चर्चा की गई है। इस पुस्तक में एक अस्तित्व, कई अस्तित्व, पुनर्जन्म, कर्म, यज्ञ के साथ-साथ संस्कार, श्रद्धा, एवं नैतिकता के विभिन्न आयामों पर सरल भाषा में गूढ़ चर्चा की गई है। यह पुस्तक हर सुधि पाठक के मन में सही सोच की दृढ़ नींव रखने में और उन्हें स्वयं को मातृभूमि के प्रति पवित्र, नैतिक, कर्तव्यनिष्ठ एवं उपयोगी नागरिक के रूप में आकार देने में उपयोगी सिद्ध होगी।
राम के पथ पर – रामायण के संग संग Ram ke pathpar
राम के पथ पर – रामायण के संग संग Ram ke pathpar
यह अद्भुत पुस्तक, इस रोचक यात्रा के माध्यम से, पाठकों को एक बार और रामायण से जुड़ने और उसे जानने के लिए प्रेरित करेगी और भारत के सांस्कृतिक इतिहास को समझने में सहायक सिद्ध होगी।
मन बनाएँ ऊर्जावान Man Banayen Urjawaan
मन बनाएँ ऊर्जावान Man Banayen Urjawaan
अपने मन पर नियंत्रण पाएँ पाएँ अपने जीवन पर नियंत्रण इस बेस्टसेलिंग किताब में लेखक और …
पृथ्वी सूक्त : धरती माता के प्रति श्रद्धांजलि Prithvi sukta Dharti mata ke prati shradhanjali
पृथ्वी सूक्त : धरती माता के प्रति श्रद्धांजलि Prithvi sukta Dharti mata ke prati shradhanjali
अथर्ववेद में पाया गया पृथ्वी-सूक्त एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और एक आदर्श संबंध को मूर्त रूप देने से संबंधित मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है जो प्राकृतिक दुनिया के जीवित और निर्जीव तत्वों के बीच मौजूद होना चाहिए। पृथ्वी-सूक्त में मौजूद छंद, धरती माता पर उगने वाली हर चीज और इसके द्वारा बनाए गए जीवन की संपूर्णता का प्रतीक और प्रतिनिधित्व करते हैं।
1000 हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी Hindu Dharm Prashnottari
1000 हिंदू धर्म प्रश्नोत्तरी Hindu Dharm Prashnottari
इस पृथ्वी पर हिंदू धर्म प्राचीनतम धर्म है। यह समय की कसौटी पर परखे गए कर्मकांडों …
मंदिर भव्य बनायेंगे Mandir Bhavya Banayenge
भारतीय संस्कृति और मानवता का पर्याय : श्रीराम समस्त भारतवासियों के राष्ट्रीय महापुरुष श्रीराम की जन्मभूमि …
राष्ट्रनायक श्रीराम – शौर्य व मर्यादा के प्रतीक Rashtranayak SriRam
राष्ट्रनायक श्रीराम – शौर्य व मर्यादा के प्रतीक Rashtranayak SriRam
इस पुस्तक के सभी अध्यायों में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की ईश्वरीय दिव्यता को साधारण मानव के …
श्रीमद्भगवद्गीता – सफल, सार्थक और सुखी जीवन का मार्ग Gita – Safal Sarthak Sukhi Jeevan
श्रीमद्भगवद्गीता – सफल, सार्थक और सुखी जीवन का मार्ग Gita – Safal Sarthak Sukhi Jeevan
भगवद गीता एक ऐसा ग्रंथ है जो सदियों से अपने आध्यात्मिक ज्ञान से अज्ञान के अंधकार को …
अष्टावक्र गीता – Ashtavakra Geeta
अष्टावक्र गीता – Ashtavakra Geeta
राजा जनक ने बारह वर्षीय अष्टावक्रजी को अपने सिंहासन पर बैठाया और स्वयं उनके चरणों में बैठकर शिष्य-भाव से अपनी जिज्ञासाओं का शमन कराया। यही शंका-समाधान अष्टावक्र संवाद रूप में ‘अष्टावक्र गीता’ में समाहित है। ज्ञान-पिपासु एवं अध्यात्म-जिज्ञासु पाठकों के लिए एक श्रेष्ठ, पठनीय एवं संग्रहणीय आध्यात्मिक ग्रंथ।
कोदंड रामकथा – Kodand Ramkatha
कोदंड रामकथा – Kodand Ramkatha
वाल्मीकि रामायण आज भी सबसे प्रामाणिक और तथ्यपूर्ण ग्रंथ है। यह पुस्तक उसी ग्रंथ के कुछ मोतियों को सुरुचिपूर्ण ढंग से कथारूप में पिरोकर प्रकट करती है। इस पुस्तक की भाषा संगीत की तरह लयबद्ध है जिसमें पाठक डूब सा जाता है।
1000 रामायण प्रश्नोत्तरी – 1000 Ramayan Prashnottari
1000 रामायण प्रश्नोत्तरी – 1000 Ramayan Prashnottari
इस पुस्तक में रामायण में उल्लिखित केंद्रीय और महत्त्वपूर्ण प्रश्नों को दिया गया है।
1000 महाभारत प्रश्नोत्तरी – 1000 Mahabharat Prashnottari
1000 महाभारत प्रश्नोत्तरी – 1000 Mahabharat Prashnottari
यह पुस्तक आम पाठकों के लिए तो महत्त्वपूर्ण है ही, लेखकों, संपादकों, पत्रकारों, वक्ताओं, शोधार्थियों, शिक्षकों व विद्यार्थियों के लिए भी अत्यंत उपयोगी है
द्वादश ज्योतिर्लिंग – Dwadasha Jyothirling
द्वादश ज्योतिर्लिंगोंका सचित्र इतिहास, उनकी भौगोलिक स्थिति, सचित्र पौराणिक आख्यान, सांस्कृतिक विवरण, पर्वोत्सव, यातायात एवं ठहरनेके …
वैदिक राष्ट्र रिचाये Vaidik rashtra richaye
पाश्चात्य विद्वान् प्रचार करते आए हैं कि प्राचीन आर्य राष्ट्रीयता की अवधारणा से अवगत न थे, …
सिख गुरु गाथा Sikh Guru Gaatha
सिख गुरु गाथा Sikh Guru Gaatha
प्रस्तुत कृति ‘सिख गुरु गाथा’ सिख गुरुओं के त्याग तपस्यामय, बलिदानी, आदर्श व प्रेरक जीवन पर प्रकाश डालने के साथ ही उनका संपूर्ण जीवन-वृत्त प्रस्तुत करती है।
हिन्दू धर्म के 16 संस्कार Hindu Dharma ke 16 samskar
हिन्दू धर्म के 16 संस्कार Hindu Dharma ke 16 samskar
संस्कार’ या ‘संस्कृति’ शब्द संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है-मनुष्य का वह कर्म, जो …
मनुस्मृति Manusmriti
मनुस्मृति Manusmriti
मनुष्य ने जब समाज व राष्ट्र्र के अस्तित्व तथा महत्त्व कौ मान्यता दी, तो उसके कर्तव्यों और अधिकारों की व्याख्या निर्धारित करने तथा नियमों के अतिक्रमण करने पर दण्ड व्यवस्था करने की भी आवश्यकता उत्पन्न हुई । यही कारण है कि विभिन्न युगों में विभिन्न स्मृतियों की रचना हुई, जिनमें मनुस्मृति को विशेष महत्व प्राप्त है । मनुस्मृति में बारह अध्याय तथा दो हज़ार पांच सौ श्लोक हैं, जिनमें सृष्टि की उत्पत्ति, संस्कार, नित्य और नैमित्तिक कर्म, आश्रमधर्म, वर्णधर्म, राजधर्म व प्रायश्चित्त आदि अनेक विषयों का उल्लेख है।
श्रीमद वाल्मीकि रामायण (सटीक) Srimad Valmiki Ramayana Hindi
Srimad Valmiki Ramayana (Satik) श्रीमद वाल्मीकि रामायण (सटीक) – प्रथम & द्वतीय खण्ड, Part -1 & 2
Due to the high weight of the 3 volumes coupled with the subsidized prices of Geeta press, we have added Rs. 225 ( 165/-+60/- )towards packaging & logistics.
हिंदुत्व Hindutva
हिंदुत्व Hindutva
हिंदुत्व’ एक ऐसा शब्द है, जो संपूर्ण मानवजाति के लिए आज भी अपूर्व स्फूर्ति तथा चैतन्य का स्रोत बना हुआ है। इस शब्द से संबद्ध विचार, महान् ध्येय, रीति-रिवाज तथा भावनाएँ कितनी विविध तथा श्रेष्ठ हैं। ‘हिंदुत्व’ कोई सामान्य शब्द नहीं है। यह एक परंपरा है। एक इतिहास है।