Description
पुस्तक परिचय :
गाय का भारतीय संस्कृति में सर्वाधिक महत्त्व है। इतना महत्त्व कि गाय और भारतीय संस्कृति एक रूप ही हो गई है। गंगा और गाय इन दोनों को केन्द्र में रख कर ही भारतीय संस्कृति का प्रवाह अनन्त काल से विद्यमान है। भारतवर्ष में तुर्की, पठानों, मुगलों व अरबों के आक्रमणों के कारण और उसके उपरान्त यूरोपीय जातियों के आधिपत्य के कारण देश के कई हिस्सों में गौ वध का प्रचलन भी प्रारम्भ हो गया। स्वाभाविक है कि इससे भारतीयों में क्रोध और दुःख उत्पन्न होता। मुसलमानी शासकों ने तो शायद गौ हत्या का प्रचलन इसलिए किया होगा कि वे अपनी विजय के उपरान्त भारतीयों को अपमानित करना चाहते होंगे, क्योंकि गाय एक प्रकार से भारतीयता के प्रतीक के रूप में ही स्थापित हो चुकी थी।
लेखक : गौरीशंकर भारद्वाज ; Publisher : Suruchi ; Pages : 75
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