विमर्श भारत का Vimarsh Bharat ka
विमर्श भारत का Vimarsh Bharat ka
चार वर्षों (2020-21-22-23) में विमर्श के मंच को देश के जाने-माने वक्ताओं ने अपने अनमोल विचारों से समृद्ध किया है। यह पुस्तक उनके विचारों को सार रूप में आप तक पहुंचाने का विनम्र प्रयास है।
नैरेटिव का मायाजाल Narrative Ka Mayajaal
नैरेटिव का मायाजाल Narrative Ka Mayajaal
द्विराष्ट्र सिद्धांत की सच्चाई क्या है? क्यों छल-बल से समाज में मतांतरण अब भी जारी है? क्यों देश का एक राजनीतिक वर्ग बहुसंख्यकों को तोड़ने हेतु उन्हें जातियों मेंबाँटकर टकराव, तो अल्पसंख्यकों को मजहब के नाम पर एकजुट रखने का प्रयास करता है? किसने ब्राह्मणों का दानवीकरण किया? हिंदुत्व पर कैसे विषवमन करके फर्जी हिंदू/भगवा आतंकवाद का नैरेटिव नैरेटिव बनाया गया? जब भगवान् श्रीराम सनातन भारत की सांस्कृतिक पहचान हैं, तो उनकी जन्मभूमि अयोध्यामें मंदिर निर्माण में लगभग 500 वर्ष क्यों लग गए?
गौरक्षा संग्राम : Gauraksha Sangram
गौरक्षा संग्राम : Gauraksha Sangram
गाय हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है | गाय माता का स्वरुप है जो अपने पुत्रों को अपना सब कुछ दे-देती है | लेकिन आज धन लोलुप हिन्दू संस्कृति के शत्रु गौमाता एवं गोवंश के शत्रु बन बैठे हैं | पूरा देश इन शत्रुओं के विरूद्ध गौमाता की रक्षा के लिए खड़ा है | इस संग्राम पर प्रकाश डालती यह पुस्तक है |
गोरक्षा राष्ट्र रक्षा Go Raksha Rashtra Raksha
गाय का भारतीय संस्कृति में सर्वाधिक महत्त्व है। इतना महत्त्व कि गाय और भारतीय संस्कृति एक रूप ही हो गई है। गंगा और गाय इन दोनों को केन्द्र में रख कर ही भारतीय संस्कृति का प्रवाह अनन्त काल से विद्यमान है। भारतवर्ष में तुर्की, पठानों, मुगलों व अरबों के आक्रमणों के कारण और उसके उपरान्त यूरोपीय जातियों के आधिपत्य के कारण देश के कई हिस्सों में गौ वध का प्रचलन भी प्रारम्भ हो गया। स्वाभाविक है कि इससे भारतीयों में क्रोध और दुःख उत्पन्न होता। मुसलमानी शासकों ने तो शायद गौ हत्या का प्रचलन इसलिए किया होगा कि वे अपनी विजय के उपरान्त भारतीयों को अपमानित करना चाहते होंगे, क्योंकि गाय एक प्रकार से भारतीयता के प्रतीक के रूप में ही स्थापित हो चुकी थी।
परम वीर चक्र Param Vir Chakra
Maj. General Ian Cardazo About the Book : यह गोलियों का सामना करनेवाले साहसी वीरों, विपरीत …
लव जिहाद Love Jihad
लव जिहाद Love Jihad
भोली-भाली लड़कियों को नाना युतियों से अपने झूठे प्रेमजाल में फाँसकर उनका त और शारीरिक शोषण ही है ‘लव जिहाद’। एक भुतभोगी की यथा-कथा है यह उपन्यास ‘लव जिहाद’|
हलाल प्रमाणन Halal Pramanan
हलाल के माध्यम से कट्टरपंथ, आतंकवाद और उम्मा को बढ़ावा दिया जा रहा है। यही नही, यह गैर-मुसलमानों के संवैधानिक, धार्मिक और मौलिक अधिकारों का भी हनन कर रहा है। एक अध्ययन के अनुसार इससे गैर-मुसलमानों का रोजगार भी प्रभावित हो रहा है। इसलिए हलाल की वर्तमान स्थिति के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है। अतः इस संबंध में हलाल – तथ्यपरक विश्लेषण एक पहल है जिससे लोगों को हलाल के रूप में पैदा हो रहे खतरे के प्रति आगाह किया जा सके।