Description
इस्लाम के रूप को समझने के लिए प्रत्येक मुस्लिम के आदर्श प्रेषित मुहम्मद के चरित्र को देखना पड़ेगा। मुहम्मद केवल रसूल (प्रेषित) तथा धर्म प्रचारक ही नहीं अपितु इमाम (राज्य प्रमुख), मुफ्ती (न्यायवेत्ता तथा काजी) भी थे। उन्होंने केवल मुस्लिम उम्मत की ही नहीं बल्कि एक राज्य की भी स्थापना की थी। इस राज्य का स्वरूप एक साथ राजनैतिक तथा धार्मिक था राजसत्ता, न्याय तथा धर्मसत्ता का संगम था प्रेषित का व्यक्तित्व I सबसे विशेष बात यह थी कि इस सत्ता को अल्लाह का अधिष्ठान मिला था।
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