हिन्दवी स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी-Hindvi Swaraj Ke Sansthapak Chhatrapati Shivaji
हिन्दवी स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी-Hindvi Swaraj Ke Sansthapak Chhatrapati Shivaji
Publisher : Suruchi ; Paperback ; Pages : 188 ; Author : Om Prakash Singh
छत्रपति शिवाजी महाराज न होते तो Chhatrapati Shivaji Maharaj na hote tho
वरिष्ठ ऐतिहासिक शोधकर्ता श्री. यह गजानन भास्कर मेहेंदले द्वारा लिखित एक बहुत ही महत्वपूर्ण पुस्तक है जो भारत के मध्यकालीन इतिहास के बारे में कई मान्यताओं को चुनौती देती है।
छत्रपति शिवाजी महाराज जीवन संदेश-chhatrapthi shivaji maharaj jeevan
भगवान राम के जीवन का कारण ‘रावण संहार’ रहा होगा। भगवान कृष्ण के जीवन का कारण …
अखिल भारतीय महिला चरित्र कोश – प्रथम खंड Akhil Bharatiya Mahila charitra kosh – 1
हिन्दू विजय युग प्रवर्तक -Hindu Vijay Yug Pravartak
बाजी प्रभु’ नाम से उमड़ आये योगी अरविंद के काव्य-प्रतिभा को भी छत्रपति शिवाजी का स्मरण ही प्रेरणाप्रद बना था। अरविन्द की काव्य प्रतिभा और कविवर रविन्द्रनाथ टैगौर की भावपूर्ण रसधारा के लिए भी छत्रपति शिवाजी का स्मरण प्रेरणा स्रोत बना
आधुनिक भारत के स्वातंत्र्य सेनानी सुभाषचंद्र बोस ने भी स्वातंत्र्य युद्ध छेड़ने के लिए भारत से बाहर जाने के पूर्व अपने मित्र विजयरत्न मजुमदार के साथ अपना मनोगत खोलकर बताया, “भारत के स्वातंत्र्य समर के लिए एकमात्र आदर्श के रूप में आज हमें शिवाजी का ही स्मरण करना चाहिए!” स्वातंत्र्यवीर सावरकर ‘अभिनव भारत’ – इस क्रांतिकारी संगठन के सदस्यों को शिवाजी के भावचित्र के सामने ही खड़े कर शपथ-प्रदान कराते थे। लोकमान्य तिलक ने सामान्य जनता के हृदय में स्वातंत्र्य की ज्योति प्रज्ज्वलित करने हेतु शिवाजी उत्सव प्रचलित किया।