Newsletter Hindi- Ashada Maas -Yu 5124
- July 12, 2022
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हिन्दू ईशॉप अद्यतन : आषाढ़ मास
नवागन्तुक
भारतीय व्यवहार कोश : सोलह भाषाओं का शब्दकोश
भाषाज्ञान से ही भारत की एकात्मता का साक्षात्कार हम कर लें। इस सिद्धि को पाते ही दूसरों की भाषा के प्रति विद्वेष की भावना मन में पैदा तक नहीं होगी और भाषिक सहिष्णुता के पथपर हम अतिवेग से अग्रसर होंगे! भारत की भाषाओं का परिचय हमें सुलभता से हो और अन्यान्य प्रान्तों में जाने के बाद सर्व क्षेत्रों में हम अपना व्यवहार आसानी से निभा सकें, एतदर्थ भारतीय व्यवहार कोश का निर्माण कर के अन्य भाषाओं को व्यावहारिक स्तर पर जानने की पहली सीढ़ी तैयार करने का प्रयास हम ने किया है।
ईसावाद और पूर्वोत्तर भारत का सांस्कृतिक संहार
प्राकृतिक सुषमा से परिपूरित पूर्वोत्तर के लोग अनंतकाल से अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक मान्यताओं के साथ तुष्ट जीवन जीते आ रहे थे। परंतु लगभग डेढ़ सौ वर्ष पूर्व अंग्रेजी सरकार के षड्यंत्र से ईसावादियों का इस प्रशांत क्षेत्र पर आक्रमण हुआ, जिसने वहाँ की सभ्यता व संस्कृति का निर्ममतापूर्वक संहार किया। आज वहाँ के लोग कहीं के नहीं हैं। न तो वे अपने रहे और न भारत के। ईसावादियों ने योजनाबद्ध पद्धति से उन्हें शेष भारत से काट कर भारत विरोधी बना दिया। वैश्विक संस्कृति संहारक ईसावाद का यह वास्तविक रूप है, जिसका दंश सरल हृदय पूर्वोत्तरवासियों ने झेला है। यदि इस पापाचार को रोका न गया, तो समस्त भारतवर्ष का सांस्कृतिक विनाश हो जाएगा। इस पूरे विनाशकारी दौर का आरम्भ कब और कैसे हुआ ? पूर्वोत्तर के समाज पर इसका क्या प्रभाव पड़ा? यह पुस्तक इन सभी आयामों पर शोध-परक प्रकाश डालती है|
कुछ पुस्तकें – आपके लिए
धर्म और संस्कृति
इस क्षणभंगुर अस्तित्व में यदि कोई तत्त्व स्थायी हैं तो वे हैं आत्मसम्मान तथा स्वतंत्रता। ये तत्त्व, बहुत मूल्य चुका कर प्राप्त होते हैं। मेवाड़ के महान सिसोदिया राजवंश ने अपने सुख, संपत्ति व जीवन का मूल्य चुकाकर ये तत्त्व हिंदू समाज को सहजता से दे दिए। एक सहसख्र वर्षों तक अरावली में यायावरों का सा जीवन जीने वाले मेवाड़ के इन अवतारी पुरुषों के कारण ही भारत में आज केसरिया लहराता है। यह पुस्तक उन महापुरुषों के प्रति हिंदू समाज की कृतज्ञता व्यक्त करने का एक प्रयास है। लेखक ने निष्पक्ष प्रामाणिकता से भारत के इतिहास के साथ हुए व्यभिचार को उजागर किया है । यह पुस्तक स्थापित भ्रांतियों को भंग करने के अतिरिक्त नई मान्यताओं को भी स्थापित करती है|
इस्लाम का अंतर दर्शन
इस ग्रंथ में इस्लाम के विभिन्न पहलुओं तथा विभिन्न विषयों के बारे में इस्लाम का दृष्टिकोण दिया गया है। इस्लाम के मूलतत्व तथा इस्लाम के मूल आधार कुरान और अल – हदीस एवं शरीयत की जानकारी ग्रंथ के पहले भाग में है। स्त्री,विवाह, संततिनियमन , काफ़िर, जिहाद, धिम्मी, वक्फ, एवं धर्मत्याग इन आठ विषयों के बाबत इस्लाम की भूमिका तीसरे भाग में प्रतिपादित है।
परम वीर चक्र
यह गोलियों का सामना करनेवाले साहसी वीरों, विपरीत परिस्थितियों में जान पर खेलकर भी अद्वितीय शौर्य प्रदर्शित करनेवाले जाँबाजों, अपने अधिकारियों द्वारा प्रेरित साहसी भारतीय सैनिकों की कहानी है। हालाँकि युद्ध किसी देश की राजनीति का एक विस्तार है, युद्धक्षेत्र में मुकाबला करने की जिम्मेदारी सैनिक की होती है। ‘स्वयं से पहले देश’ वाली संस्कृति में पले भारतीय सेना के सिपाही प्रतिकूल परिस्थितियों को अवसर में बदलते हुए और असंभव को संभव कर दिखाने के साथ विजय प्राप्त करते हुए चुनौतियों का सामना करते हैं। हालाँकि उनके साहसी कारनामों को पुरस्कृत किया जाता है, परंतु कई अन्य बातों को गौर किए जाने की आवश्यकता है कि वह कौन सी चीज है, जो उन्हें ऐसा बनाती है? यह पुस्तक भारतीय सैनिकों की अपने देश के प्रति प्रतिबद्धता और समर्पण को बेहतर तरीके से समझने में मदद करती है।
भारत के राष्ट्रत्व का अनन्त प्रवाह
आज राष्ट्र के स्वत्व के संदर्भ में नकारात्मक टिप्पणियों को सही मानने की प्रवृत्ति देखकर लगता है कि टिप्पणीकार और उसके पक्ष में खड़े होने लोगों को अपने देश के स्वत्व की जानकारी शायद कम है। इसी पृष्ठभूमि पर एक सार्थक विवेचन है ‘भारत के राष्ट्रत्व का अनंत प्रवाह’।