Description
पुस्तक परिचय :
इस पुस्तक में इन विषयों पर प्रकाश डाला गया है :
1. “जय भीम-जय मीम” (दलित-मुस्लिम एकता) और “जय भीम-लाल सलाम” (दलित वामपंथ) के नारों से दलित बहुजन समुदायों को कैसे धोखा दिया गया और दिया जा रहा है ?
2. कैसे वामपंथ की जड़ों में ही भेदभाव है ।
3. वामपंथ डॉ. अंबेडकर का और अंबेडकरवाद का कैसे विरोध करता है ?
4. वामपंथ और इस्लाम पर डॉ. अंबेडकर का क्या कहना था ?
5. ईसाई धर्म कैसे अस्पृश्यता का समर्थन करता है ?
6. समरस समाज या समाज में समरसता क्या है ?
7. भारतीय समाज के लिए ”जय भीम वन्दे मातरम्” से हमारा क्या अर्थ है ?
Author : Dr. Krishnababu Nayak ; Translator : Alankar Sharma ;
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